जैको khati आयो खेर सा, हो जमोलो
यह बहुत ही फेमस सोंग है, जो सिन्धी कम्युनिटी में ख़ुशी के मौको पर गया जाता है, धुन भी बजायी जाती है, बाजे वाले अन्य लोगो के यहाँ भी बजाते है, क्योकि धुन प्यारी है, सिंपल है, और डांस करने के लिए, थिरकने के लिए अति उतम है, ऐसा कहा जाता है, अंग्रेजो ने कोई रेलवे पुल बनाया जो आज के पाकिस्तान में है, सखर जिले में है,, उसे टेस्ट करने के लिए कोई बहादुर आदमी की जरूरत थी, जो इंजन को लेके जाये, जब जान जोखिम में डालने को कोई तैयार नहीं हुआ, तो एक कैदी को ढूंडा गया, जिसका नाम था शिद्दी जमालो, उसको ट्रेनिंग दी गयी, फिर उसने यह कमाल कर दिखया, उसकी सेलिब्रेशन के रूप में वहा की जनता ने सिन्धी लैंग्वेज में यह गाना बातो बातो में रच दिया , सभी झूम उठे यह कहकर जैको khati आयो खेर सा हो जमालो, मीनिंग यह है, की टास्क बहुत ही कठिन थी, उसको आराम से, धेर्य से, इमानदारी से पूरा किया भाई, जमालो द्वारा इसलिए उसकी तारीफ़ में यह गाना गया गया, जो आज भी लोगो के दिल में उमंग भर देता है, शादी ब्याह के समय या अन्य खुशी के मौको पर इसी गाने की धुन पर नाच कर जश्न मनाया जाता है,